नजर हटती नही तुझसे गजब सिंगार सवारियां ,
तेरा सिंगार सांवरिया बता कैसे भला देखू मैं ये संसार सांवरिया,
नजर हटती नही ...................
चमेली मोड़डा चम्पा गुलाबो का मुक्त सुंदर,
सभी कंगन है फूलो के लड़ी फूलो की है मुख पर,
भवन फूलो का गले में हार सांवरिया,
नजर हटती नही ...................
बताओ श्याम का आसन है किसने सजाया है,
गगन से तोड़ कर चन्दा सितारों को लगाया है,
विराजे तीनो लोको की जहा सरकार सांवरिया,
नजर हटती नही ...................
मैं देखू एक तक तुमको ना जाने क्या हुआ मुझ को,
तेरा सिंगार देखा तो बुला बेठी हु मैं खुद को,
पाया दीदार शर्मा ने लिया उपकार सांवरिया,
नजर हटती नही ...................