तेरी जय होवे हे गोरी के लाला,
दीन मेरी दूर करो हे गोरी के लाला.....
शुभ कारज में तुमहे जो मनाता,
काम नीर विघन पूरा हो जाता,
अगर देव तुम मुशक वाहन,
वीगन हरो दुःख दूर करो,
हे गोरी के लाला…..
रिधि सीधी के तुम ही हो दाता,
जो ध्यावे वांचित फल पाता,
इक दंत लम्बोदर गजानन विघ्न हरो दुःख दूर करो,
हे गोरी के लाला....
सुर नर मुनि तेरो करे वंदन,
ध्वज वदन मनोहर गोरी सूत नंदन,
दीनो के तुम दीं दयाला,
विघन हरो दुःख दूर करो,
हे गोरी के लाला….