तेरे प्यार से बढ़कर मैया मिली कोई सौगात नहीं,
मैं तेरी नचाई नाचू मैया दुनिया की औकात नहीं....
तेरा हुक्म हो जावे मेरी मैया मैं तो घर से चालू,
तेरे हाथ में डोर मेरी मां तेरी हलाई हालु,
कोई घर ऐसा बचा ना मैया हुई तेरी बरसात नहीं,
मैं तेरी नचाई नाचू मैया दुनिया की औकात नहीं....
मारो चाहे तुम प्यार करो मां मैं तो तेरी हो गई,
पर्दा हटा लो सामने आओ खेलो आंख में चोली,
तेरा दर्शन है बड़ा दुर्लभ मेरे बस की बात नहीं,
मैं तेरी नचाई नाचू मैया दुनिया की औकात नहीं.....
मेरे पल्ले बचा न कुछ भी हो गई तन की ढेरी,
अब तो आजा मेहरा वाली आगे मर्जी तेरी,
तेरी चौखट पर मर जाना मिला जो तेरा साथ नहीं,
मैं तेरी नचाई नाचू मैया दुनिया की औकात नहीं.....