श्याम बिन कौन सुने मोरी बात
कौन सुने मोरी बात
रात रात भर अखियाँ आंसू जागु मैं दिन रात
मैं तो अपने वचन श्याम जी तूने छोड़ी डोर
तुम न मिले तो समजो श्याम जी प्राण कजू गी भोर
दास नारायण श्याम प्राण है श्याम मेरी सोगात
श्याम बिन कौन सुने मोरी बात
रात रात भर अखियाँ आंसू जागु मैं दिन रात
श्याम बिन कौन सुने मोरी बात