दर्शन को तेरे आया,
मैया ये तेरी माया,
पूजा करेंगे तेरी,
सेवा करेंगे तेरी…..
तुम ही मेरी माँ जगदम्बे,
आस ना कोई दूजा,
अपनी किरपा रखना मैया मन से की है पूजा,
मंदिर में तेरे आके मैया,
हाथ दोनों फैलाके,
दर्शन को तेरे आया…..
ना कोई बंधन जगत का कोई पहरा ना लग पाए,
सब बाधाएं दूर हैं होती शरण जो तेरी आये,
अद्भुत मुकुट शीश पे तेरे,
छवि मन माही बसाके,
मन मे इसे बिठाके,
दर्शन को तेरे आया….
तेरा ही मुख देख अम्बिके रात को मैं सो जाऊं,
भोर भये जब आंख खुले तो तेरे दर्शन पाऊं,
भगतो की विपदा को टारो,
संकट बहुत घनेरे,
दर्शन को तेरे आया……