शिव शंकर के प्यारे प्यारे धनुआ,
तुझको प्रणाम मेरा करता है राम तेरा,
बीच सभा में राखो लाज हो,
शिव शंकर के प्यारे प्यारे धनुआ......
हाथ लगाऊं तो तुम फूल बन जाना,
मेरे इशारे पर तुम मुड़ते ही जाना,
कहीं ये लोग मेरी हंसी ना उड़ाएं,
तुझ पर तो राम ने है सपने सजाये,
घडी इम्तेहान की है रघुकुल की आन की है,
बीच सभा में राखो लाज हो,
शिव शंकर के प्यारे प्यारे धनुआ.....
ॐ नमः शिवाय .....ॐ नमः शिवाय
प्रीत की रीत आज तुझमे समाई,
साड़ी सभा ने नज़रें तुझपे टिकाई,
कहीं ये लोग मेरी हंसी ना उड़ाएं,
तुझ पर तो राम ने है सपने सजाये,
घडी इम्तेहान की है मुश्किल में जान की है,
बीच सभा में राखो लाज हो,
शिव शंकर के प्यारे प्यारे धनुआ......
ॐ नमः शिवाय .....ॐ नमः शिवाय