तर्ज - खाटूवाले श्याम बिहारी
शेरावाली माँ भवानी,
हे जग जननी माँ कल्याणी,
महिमा तुम्हारी ना जाये बखानी,
हे महाकाली अम्बे रानी,
हे जग जननी माँ कल्याणी.....
मै तेरा बालक तू मेरी माता,
कितना पावन है ये नाता,
तेरे दर्श की प्यासी ये अखियाँ,
झर झर नेनो से बरसाये पानी,
हे जग जननी माँ कल्याणी.....
किसको दिल की हाल सुनाये,
जो थे अपने हुए वो पराये,
किस हाल में है तुम्हे क्या बताये,
तुमसे छुपी ना मेरी कहानी,
हे जग जननी माँ कल्याणी.....
सुना है दर पे जो तेरे आया,
मुँह माँगा फल उसने पाया,
मुझपे भी अब तो कृपा कर भवानी,
अर्जी है मेरी कितनी पुरानी,
हे जग जननी माँ कल्याणी.....