नित ज्योति जले अखंड मेरी मैया तेरे द्वारे,
मेरी मैया तेरे द्वारे माँ वैष्णो तेरे द्वारे,
नित ज्योत जले अखंड.....
तेरी ज्योति का उजियारा माँ देख रहा जग सारा,
तेरी शक्ति प्रबल प्रचंड मेरी मैया तेरे द्वारे,
नित ज्योत जले अखंड....
जिसने तेरी कदर ना जानी वो कहलाता अभिमानी,
तूने उसके हरे घमंड मेरी मैया तेरे द्वारे,
नित ज्योत जले अखंड.....
रागी एक दास तुम्हारा माँ देदो उसे सहारा,
चरणों में पाए आननद मेरी मैया तेरे द्वारे,
नित ज्योत जले अखंड.....