मेरे बांके बिहारी पिया,
चुरा दिल मेरा लिया,
आय हाय तूने ये क्या किया,
चुरा दिल मेरा लिया.....
मोहन तेरी सूरत प्यारी,
बृंदावन के बांके बिहारी,
तेरी नज़रों ने जादू किया,
चुरा दिल मेरा लिया......
भक्ति में तो ऐसी खो गई,,
प्रेम दीवानी मीरा हो गई,
उसने विष का भी प्याला पिया,
चुरा दिल मेरा लिया......
श्री हरिदास के प्राण के प्यारे,
सूरदास के आंखों के तारे,
तेरी मस्ती ने पागल किया,
चुरा दिल मेरा लिया.....
श्याम से जब से प्रीति लगाई,
चैन गंवाया निंदिया गवाई,
तेरे दर्शन को तड़पे जिया,
चुरा दिल मेरा लिया......