श्याम सुंदर मेरा क्यों आता नहीँ।
रूप अपना सलोना दिखता नही।।
मैन ध्यान किया श्याम सुंदर का।
वो ध्यान में भी मेरे आता नही।।
मैन पूजा किया फूल माला से।
वो तो पूजा में भी क्यों आता नही।।
मैन गीता का पाठ किया गाकर।
वो तो गीता के गाने में आता नहीं।।
मैन उनको बुलाया राधा संग।
श्री राधा बिना वो आता नहीँ।।
गीतकार/गायक-राजेन्द्र प्रसाद सोनी