अच्छे बुरे भी जैसे हालात में तू रखना,
मुझको मेरे कन्हिया तू औकात में रखना,
इतना न मुझको देना गरूर हो जाये,
नजरो से आप की ही हम दूर हो जाये,
मुझको तो प्रेमियों की जमात में तू रखना,
अच्छे बुरे भी जैसे हालात में तू रखना.......
कही भी कभी भी मगरूर मत करना,
दुनिया के आगे बाबा मजबूर मत करना,
अपनी बचाई हर एक बिसात में तू रखना,
अच्छे बुरे भी जैसे हालात में तू रखना........
भगती का श्याम अपनी सरुर हमें देना,
भगतो का प्यार अपने जरुर हमें देना,
जब तक मुझे कनाहिया काएनात में तू रखना,
अच्छे बुरे भी जैसे हालात में तू रखना,
नजरो में आप का ये जो नूर जो आ जाये,
रोमी को भी जीने का सरुर आ जाए,
अपनी अनोखी हर एक करमात में तू रखना,
अच्छे बुरे भी जैसे हालात में तू रखना