आ जाओ सरकार दिल ने पुकारा है,
हारे ये नैनो के तार ओजल नजारा है,
फितरत ज़माने की बड़ी ही बेगरत है,
कोई नही याद तू ही हमारा है,
आ जाओ सरकार दिल ने पुकारा है,
जाऊ किस ढगर पे मुझे नसीयत तो दीजिए,
छाया है अन्धकार करना उजाला है,
आ जाओ सरकार दिल ने पुकारा है,
रहमत की अपनी थोरी वसीयत तो कीजिये,
कहलाते दातार भरा भंडारा है,
आ जाओ सरकार दिल ने पुकारा है,
निर्मल की रूह से तो पूछ करके देखिये,
दूजा मिले न सार श्याम ही गवारा है,
आ जाओ सरकार दिल ने पुकारा है