मां से बढकर कोई,
नहीं दूजा है नाम,
सबसे सुंदर है,
मां वैष्णव धाम,
जय जय जय माता,
जय जय जय माता......
हर एक दुखयारे का,
अर्ज यहां सुना जाता है,
रोते राते आता है और,
हंसते हंसते जाता है,
दरस जिसने पाये,
सफल हुये उसके काम,
मां से बढकर कोई,
नहीं दूजा है नाम,
जय जय जय माता,
जय जय जय माता......
मां तो मां है उसका,
कोई विकल्प नहीं,
मां की पूजा से बड़ा,
कोई संकल्प नहीं,
तू ही सरस्वती,
तेरे ही है लक्ष्मी,
काली नाम,
मां से बढकर कोई,
नहीं दूजा है नाम,
सबसे सुंदर है,
मां वैष्णव धाम,
जय जय जय माता,
जय जय जय माता.......
मां से बढकर कोई,
नहीं दूजा है नाम,
सबसे सुंदर है,
मां वैष्णव धाम,
जय जय जय माता,
जय जय जय माता......