झंडे माँ झुल्दे ने लाल दाती तेरे मंदिरा ते,
आइये माँ आइये चावा नाल दाती तेरे मंदिरा ते,
झंडे माँ झुल्दे ने लाल दाती तेरे मंदिरा ते,
भवन सुनहरी विच सच्चा दरबार है,
सजधज बैठी आंबे सच्ची सरकार है,
सूंदर नजारा है कमाल दाती ते मंदिरा दे,
झंडे माँ झुल्दे ने लाल दाती तेरे मंदिरा ते,
जग मग ज्योति वाली जग दिया तेरिया,
सुख वरतौन लई माँ लावे तू न देरिया,
फुला दे लेके आइये हार दाती तेरे मंदिरा ते,
झंडे माँ झुल्दे ने लाल दाती तेरे मंदिरा ते,
ठंडिया हवावा माये उचियाँ पहाड़िया,
गावे सिर जीवन भेटा मार मार तड़ियाँ,
मस्त फकीरा वाला हाल दाती तेरे मंदिरा ते,
झंडे माँ झुल्दे ने लाल दाती तेरे मंदिरा ते,