सपने में भी ना बुलु कभी मैं आपका नाम जी
ऐसा कोई काम मेरा खुलवा दो बाबा श्याम जी,
जय श्री श्याम बोलो जय श्री श्याम खाटू वाले बाबा श्याम
सुबह सवेरे मैं उठु तो करू आप के दर्शन जी,
हाथ जोड़ परनाम करू और कर दू तन मन जी,
घर से निकलू जब मैं काम से हो आप का ध्यान जी,
ऐसा कोई काम मेरा खुलवा दो बाबा श्याम जी
हर दम हर पल चर्चा हॉवे बस आप के नाम की
हर कोई मिलने वाला बोले मुझसे जय श्री श्याम जी,
तेरे नाम पे चल जाए मेरी छोटी सी दुकान जी,
ऐसा कोई काम मेरा खुलवा दो बाबा श्याम जी
झूठ फरेब और ठगी ठोरी मुझको नहीं सुहाती है,
निंदा चुगली करना न मेरे मन को बाहति है ,
तेरे बिना मुझे कुछ न भाये हो गया परेशान जी,
ऐसा कोई काम मेरा खुलवा दो बाबा श्याम जी
तू हारे का सहारा है ये सारी दुनिया जानी है,
तेरी शक्ति का लोहा बाबा दुनिया सारी मानी है,
ब्रिज शर्मा के संग में मैं भी गाउ तेरा गुणगान जी,
ऐसा कोई काम मेरा खुलवा दो बाबा श्याम जी