भोले जी मुझे ले चलो अपने द्वार,
ले चलो अपने द्वार,
भोले जी ले चलो अपने द्वार,
भोले जी मुझे....
संग आपके विराजे माता गौरा,
और संग में गजानन सरकार,
ले चलो अपने द्वार,
भोले जी मुझे....
आपकी जटाओं में विराजे गंगा,
और उसमें बहती पावन धार,
ले चलो अपने द्वार,
भोले जी मुझे....
संग आपके नंदी विराजे,
और गले सर्प विषधार,
ले चलो अपने द्वार,
भोले जी मुझे....
हाथ कमंडल त्रिशूल विराजे,
बाजे डमरू नाचे संसार,
ले चलो अपने द्वार,
भोले जी मुझे....
मुख मंडल पे तेज विराजे,
जो चरण गहें उनपे उपकार,
ले चलो अपने द्वार,
भोले जी मुझे....
ले चलो राजीव को अपने द्वार,
भोले जी शरण गहूं करो उपकार,
ले चलो अपने द्वार,
भोले जी मुझे....
©राजीव त्यागी