थोड़ी जही ज़िंदगी होर, हारा वाला क्यू रुस्या,
क्यू रुस्या क्यू रुस्या....
बाजार वी कहन्दा फीता,
असा जहर जुदाई वाला पीता,
असा प्यार तेरे नाल किता,
हारा वाला क्यू रुस्या,
थोड़ी जही ज़िंदगी होर....
बाज़ार वी कहन्दा लारा,
तैनू छड्ड के किदर जावा,
तेरे नाल मै लाइया लावा,
हारा वाला क्यू रुस्या,
थोड़ी जही ज़िंदगी होर....
बाज़ार वी कहन्दा लोई,
तेरी याद च छम छम रोई,
ओ मै ता तेरी होई,
हारा वाला क्यू रुस्या,
थोड़ी जही ज़िंदगी होर....
बाजार वी कहन्दा कील वे,
सानू कुंज गली विच मिल वे,
ओ साडा तेरे उत्ते आया दिल वे,
हारा वाला क्यू रुस्या,
थोड़ी जही ज़िंदगी होर....