मेरे दिल पे जादू डाल गई कान्हा तेरी मुरलियाँ,
कर हाल मेरो बेहाल गई राधा तेरी चुनरियाँ
जब जब बाजे तेरी मुरलियाँ छम छम नाचू बन मैं नचनिया,
करे मुझको माला माल गई कान्हा तेरी मुरलियाँ,
जब ओढे तू सिर पे चुनरियाँ टिक न पाती मेरी नजरियां,
कर मेरे संग में कमाल गई राधा तेरी चुनरियाँ,
जब बजती मुरली की सरगम नो दो ग्यारा होता हर गम,
करे मन को मेरे निहाल गई,कान्हा तेरी मुरलियाँ
चुनार तेरी जग से न्यारी गाये लखा लिखे अनाड़ी,
कर काले से मोहे लाल गई राधा तेरी चुनरियाँ