आओ भोग लगाओ मेरी मैया,
रुच रुच भोग लगाओ मेरी मैया,
मेरा भोग करो स्वीकार कर दो बेड़ा पार…….
पूर्व पश्चिम उतर दक्षिण,
चारो दिशाओ से आओ मेरी मैया,
आओ भोग लगाओ मेरी मैया,
रुच रुच भोग लगाओ मेरी मैया…….
भीलनी के बेर सुदामा के चावल,
रुच रुच भोग लगाओ मेरी मैया,
आओ भोग लगाओ मेरी मैया,
रुच रुच भोग लगाओ मेरी मैया…….
दुर्योधन की मेवा त्यागी,
साग विधुर घर खाओ मेरी मैया,
आओ भोग लगाओ मेरी मैया,
रुच रुच भोग लगाओ मेरी मैया…….
ऐसा भोग लगाओ मेरी मैया,
सब अमृत हो जाये मेरी मैया,
आओ भोग लगाओ मेरी मैया,
रुच रुच भोग लगाओ मेरी मैया…….
जो तेरे इस भोग को खावे,
वो तेरा हो जाये मेरी मैया,
आओ भोग लगाओ मेरी मैया,
रुच रुच भोग लगाओ मेरी मैया…….
हम भक्तो की एक अर्ज है,
आकर दरश दिखाओ मेरी मैया,
आओ भोग लगाओ मेरी मैया,
रुच रुच भोग लगाओ मेरी मैया……