भक्ति ज्योत जगाए रखना मन में,
रहेंगे दूर अंधियारे सदा जीवन में,
श्रद्धा से सुमिरना बजरंगी मन में,
हरेंगें दूर सारे संकट तेरे क्षण में,
बसे रहते हैं जो कण कण में,
बसाए रखना सदा उनको मन में,
बसते हैं राम सदा जिनके मन में,
तुम बसे रहना उनके चरणन में,
रहेंगे दूर अंधियारे सदा जीवन में,
राजीव जोत जगाए रखना मन में,
हरेंगें दूर सारे संकट तेरे क्षण में,
श्रद्धा से सुमिरना बजरंगी मन में......
©राजीव त्यागी नजफगढ़ नई दिल्ली