साई तेरे चरणों की बाबा तेरे चरणों की,
गर धूल जो मिल जाए,
सच कहता हूँ मेरी तकदीर बदल जाए.....
ये मन बड़ा चंचल है कैसे तेरा भजन करूं,
जितना इसे समझाऊ उतना ही मचल जाए,
साई तेरे चरणों की बाबा तेरे चरणों की,
गर धूल जो मिल जाए.......
सुनता हूँ तेरी रहमत दिन रात बरसती है,
एक बूंद जो मिल जाए दिल की कली खिल जाए,
साई तेरे चरणों की बाबा तेरे चरणों की,
गर धूल जो मिल जाए.......
नजरों से गिराना ना चाहे जितनी सजा देना,
नजरों से जो गिर जाए मुश्किल है संभल पाए,
साई तेरे चरणों की......
बाबा इस जीवन की बस एक तमन्ना है,
तुम सामने हो मेरे मेरा दम ही निकल जाए,
साई तेरे चरणों की गर धूल जो मिल जाए……