लगन तुमसे लगा बैठे, जो होगा देखा जाएगा,
तुम्हें अपना बना बैठे, जो होगा देखा जायेगा......
कभी दुनियाँ से डरते थे, छुप छुप याद करते थे,
लो अब परदा उठा बैठे, जो होगा देखा जाएगा,
लगन तुमसे लगा बैठे, जो होगा देखा जाएगा,
तुम्हें अपना बना बैठे, जो होगा देखा जायेगा......
कभी यह ख़याल था दुनियाँ , हमें बदनाम कर देगी,
शर्म अब बेच खा बैठे, जो होगा देखा जाएगा,
लगन तुमसे लगा बैठे, जो होगा देखा जाएगा,
तुम्हें अपना बना बैठे, जो होगा देखा जायेगा......
दीवाने बन गए तेरे तो फिर, दुनियाँ से क्या लेना ,
तेरी चरणों में आ बैठे, जो होगा देखा जाएगा,
लगन तुमसे लगा बैठे, जो होगा देखा जाएगा.....