रंग बरसे रंग बरसे दरबार श्याम तेरे रंग बरसे,
लाल गुलाबी नीला पिला हो गया खाटू रंग रंगीला,
इतर की पड़े गुहार आज तेरे रंग बरसे,
रंग बरसे.......
दूर दूर से भक्त है आये,
रंगों की झोली भर लाये,
खेले लाख दातार आज तेरे रंग बरसे,
रंग बरसे.........
ढोलक चन्द नगाड़ा बाजे,
नरसी के संग सारा नाचे,
गाये मंगला चार रंग बरसे
रंग बरसे........