तेरे भगत पुकारे आजा, आकर के दर्श दिखा जा,
कीर्तन है यहाँ मैया तुम हो कहाँ………..
चाहे ब्रह्म को ले आओ चाहे विष्णु को ले आओ,
चाहे ख़ुद ही अकेली आजा, आकर के दर्श दिखा जा,
कीर्तन है यहाँ मैया तुम हो कहाँ………..
चाहे भोले को ले आओ चाहे गणपती को ले आओ,
चाहे ख़ुद ही अकेली आजा, आकर के दर्श दिखा जा,
कीर्तन है यहाँ मैया तुम हो कहाँ………..
चाहे राम को ले आओ चाहे हनुमत को ले आओ,
चाहे ख़ुद ही अकेली आजा, आकर के दर्श दिखा जा,
कीर्तन है यहाँ मैया तुम हो कहाँ………..
चाहे लंगूर को के आओ चाहे भैरव जिनके आओ,
चाहे बैठ शेर पे आजा आकर के दर्श दिखा जा,
कीर्तन है यहाँ मैया तुम हो कहाँ……