मैया जी अपनी मुंडेर का,
मुझे कागा बना लो,
दिन रात कांं कां - ना ना,
दिन रात मां मां बोलूंगा.....
मैया जी अपनी चौखट का,
मुझे नंदी बना लो,
सबसे पहले दर मैं खोलूंगा,
दिन रात मां मां बोलूंगा....
मैया जी अपने आंगन का,
मुझे तोता बना लो,
तुम्हारी महिमा रटता डोलूंगा,
दिन रात मां मां बोलूंगा....
मैया जी अपने उपवन का,
मुझे कोयल बना लो,
मीठे राग सदा मैं बोलूंगा,
दिन रात मां मां बोलूंगा.....
मैया जी अपने भवन का,
मुझे मोर बना लो,
छम छम नाचता डोलूंगा,
दिन रात मां मां बोलूंगा.....
मैया जी अपने चरणों का,
मुझे दास बना लो,
राजीव को अपने चरणों का,
मैया जी दास बना लो ,
सदा चरणों का मैं होलूंगा,
दिन रात मां मां बोलूंगा.....
©राजीव त्यागी
नजफगढ़ नई दिल्ली