बरसाने की मोर कुटी में मोर बन आयो सांवरिया....
एक दिन बोली राधा रानी,
दो दिन से ना मिले मुरारी,
बिना श्याम सुंदर दर्शन की प्यासी अखियां,
बरसाने की मोर कुटी में.....
मोर बन गए मदन मुरारी,
या छवि पै रीझै सखियां सारी,
नाचे मोर मधुबन के नाचे सखियां,
बरसाने की मोर कुटी में.....
बजे तनुरा ताना ताना नाना ताना नाना,
सखिया नाचे छम छम छम छम,
सात सुरों से कान्हा जी की बाजे बांसुरिया,
बरसाने की मोर कुटी में.....
प्रेम सरोवर प्रेम भरो है,
राधा के संग श्याम सजा है,
देख-देख छवि मोहन की नाचे सब गुजरिया,
बरसाने की मोर कुटी में.....