वृंदावन धाम जो गया जीवन ये धन हो गया
श्री राधे नाम जो लिया कृष्ण का अन्नाये हो गया
काम नही क्रोध नही और नही है लोभ नैनो में असरु धार मन में संतोष
वृंदावन धाम जो गया जीवन ये धन हो गया
सांसो की सरगम पे तेरा ही गीत मन में तुम आन वसे बन के मनमीत
वृंदावन धाम जो गया जीवन ये धन हो गया
मन मंदिर में आये गे इक दिन वो
संवारे के नाम लिखदो जीवन चलो
वृंदावन धाम जो गया जीवन ये धन हो गया
कान्हा तुम आना फिर मेरी गली सांसो की डोर जब टूटने लगी
वृंदावन धाम जो गया जीवन ये धन हो गया