देयी दे देयी दे मेरी बांसुरी, राधा तेरे किस काम की,
ओ देयी दे देयी दे मेरी बांसुरी, राधा तेरे किस काम की,
राधा तेरे किस काम की, राधा तेरे किस काम की,
ओ देयी दे देयी दे मेरी बांसुरी, राधा तेरे किस काम की....
ना सोने की ना चांदी की, ना सोने की ना चांदी की,
ओ ये तो वृंदावन, ये तो वृंदावन की लकड़ी,
राधा तेरे किस काम की.......
ना हीरे की ना मोती की, ना हीरे की ना मोती की,
ओ ये तो दिलवर की, ये तो दिलवर की तारागिनी,
राधा तेरे किस काम की.......
इस बंसी की गंउआ दीवानी, बंसी की गौआ दीवानी,
वो चरती ना, वो तो चरती ना बिन बांसुरी,
राधा तेरे किस काम की.....
ओ देयी दे देयी दे मेरी बांसुरी, राधा तेरे किस काम की....