उठ के सवेरे जेहड़े हरी गुण गानगे,
मंगिया मुरादा राधे श्याम कोलो पान गे.......
प्रभु दे द्वारे उत्ते डेरा जिने ला लेया,
जीवन अपना सफल बना लेया,
गुण उस आदमी दे देवता वी गानगे,
मंगिया मुरादा राधे श्याम कोलो पानगे,
उठ के सवेरे जेहड़े......
सौप दिति जिंद जिने कृष्ण कन्हैया नू,
अपना बना लेया बंसी बजइया नू,
राधा बन श्याम नाल रास ओ पानगे,
मंगिया मुरादा राधे श्याम कोलो पानगे,
उठ के सवेरे जेहड़े......
सत्संग आन वाले कदे वी ना रुकदे,
प्रेम वाले लगे बूटे कदे वी ना सुकदे,
चककर चौरासी वाले आपे कट जानगे,
मंगिया मुरादा राधे श्याम कोलो पानगे,
उठ के सवेरे जेहड़े......