बाला जी मोसे यू बोले यू बोले तने मालामाल करा दूं....
बढ़िया सी तेरी कोठी बनवा दूं,
शीशे की वा में खिड़की लगवा दूं,
फिर बाबा यू बोले यू बोले मेरा मीठा मीठा भोग,
बाला जी मोसे यू बोले यू बोले तने मालामाल करा दूं....
तेरे अंगना में भूरी भैंस बंधा दूं,
दूध दही की मौज करा दूं,
फिर बाबा यू बोले यू बोले मेरी देसी घी की ज्योत,
बाला जी मोसे यू बोले यू बोले तने मालामाल करा दूं....
तेरे बेटे की नौकरी लगा दूं,
हर महीने उसकी तनखा बढ़ा दूं,
फिर बाबा यू बोले यू बोले मेरा सवामणि का भोग,
बाला जी मोसे यू बोले यू बोले तने मालामाल करा दूं....