गौरी के लाला, रखियो जी रखियो जी म्हारी लाज जी,
हाथ जोड़कर करू वंदना, सुन लीजो महाराज जी,
गौरी के लाला.....
एक दन्त दयावन्त कहावो, महिमा थारी न्यारी,
चार भुजा माथे तिलक सुहावे, शोभा सबसे न्यारी,
करो सवारी मूषक की, देवो के सरताज जी,
गौरी के लाला.....
ध्यान धरे जो प्रथम तिहारो, मानवाछिंत फल पावे,
मिट जावे सब विघ्न विनाशक, रिद्धि सिद्धि घर आवे,
सब की नईया पार करो, करियो भव से पार जी,
गौरी के लाला.....
पूजा पाठ ना आवे कोई, कैसे तुम्हे मनाऊ,
अवगुण म्हारे ध्यान ना धरियो, चरणन सीस नवाऊ,
प्रीत सदा चरणन की पाऊ, दीजो ऐसा वरदान जी,
गौरी के लाला.....