झूम उठा जग सारा ऐसी खुशियां छाई,
तूने मुरली वाले ऐसी धुन है भजाई,
ये जन्माष्टमी आई तेरी जय हो कन्हाई,
झूम उठा जग सारा ऐसी खुशियां छाई,
संकट में थे मात पिता बिजली कड़क रही थी,
आधी रात को देवकी मियां दर्द से तड़प रही थी,
हुआ करिश्मा कान्हा की गुंजी किलकारी,
ये जन्माष्टमी आई तेरी जय हो कन्हाई,
झूम उठा जग सारा ऐसी खुशियां छाई,
गाये ग्वाले मोर निराले सब है तुझको प्यारे,
यहाँ भी जाए पीछे पीछे गोपियाँ गेरा डाले,
माखन खाओ मटकी तोड़ दहियां भी खाई,
ये जन्माष्टमी आई तेरी जय हो कन्हाई,
खेल खेल में काले नाग को ऐसा सबक सिखियाँ,
बालक पन में ही तुमने पूतना को मार गिराया,
चरण सुदामा के धो कर के प्रीत निभाई,
ये जन्माष्टमी आई तेरी जय हो कन्हाई,
मथुरा में तूने जन्म लिया गोकुल में तुझे पाला,
कंस को मार के तूने सबका दुःख हर डाला,
कहे राज तेरे मुख में सारी दुनिया समाई,
ये जन्माष्टमी आई तेरी जय हो कन्हाई,