माँ शारदे, माँ शारदे,
ओ मैया हम तो हैं बालक तेरे.....
तू है दयालु बड़ी माँ वीणा वादिनी,
करती दया हो सब पे अम्बे भवानी,
वो मैया विद्या का आके हमको भी भण्डार दे,
माँ शारदे, माँ शारदे,
ओ मैया हम तो हैं बालक तेरे......
करदो हमारी आज माँ पूरी आशा,
कब से है ‘शर्मा’ तेरे दर्शन का प्यासा,
ओ मैया दर्शन हमे भी आ के एक बार दे,
माँ शारदे, माँ शारदे,
ओ मैया हम तो हैं बालक तेरे......
मांगे ना लक्खा तुमसे दौलत खजाना,
सात सवारों का मुझको अमृत पिलाना,
ओ मैया मेरी ही माता के जैसा बस प्यार दे,
माँ शारदे, माँ शारदे,
ओ मैया हम तो हैं बालक तेरे......