शेरावाली की दया सबपे सदा रहती है ,
वो कहा अपनी बचो से ख़फ़ा रहती है,
शेरावाली की दया सदा पे रहती है ,
किरपा करती है माँ हमेशा ही भगतो पर,
ना आने देती है दुःख की छाया अपनों पर,
दूर करती है वो पल में चिंताओं को माइयाँ प्यारी,
बिगड़ी सब की बना देती है माँ हमारी,
बात हर दिल की बस माँ को पता रहती है,
माँ शेरावाली की दया सदा पे रहती है ,
जो भी जाता है मइया रानी के द्वारे पर,
फिर पलट ता है खाली झोली को वो भर कर,
पाता है हर दुखी अपने मन की ख़ुशी यही पर,
ममता ऐसी नहीं मिलती है जी कही पर,
माँ के अंचल में भगतो की दुआ रहती है
शेरावाली की दया सदा पे रहती है ,