मेरे मन मंदिर में आई शेरवाली,
मेहरवाली मैया आई आई ज्योति वाली,
आई माँ दुर्गा माँ आई डेहरो खुशिया लेके आई,
धूम दुर्गा पूजा की है झुमके नाचो रे भाई डंडियां खेलो रे भाई,
महीशा सुर रक्त बीज भयंकर शुम्ब निशुंभ के दानव,
उनकी अत्याचार से रोते देव ऋषि और मानव,
सभी देवताओं का तेज निकलता है महादेवी दुर्गा का रूप फिर बनता है,
माता दुष्टो पे है भारी,
धूम दुर्गा पूजा की है झुमके नाचो रे भाई डंडियां खेलो रे भाई,
ममता माई माँ शेरावाली की भक्ति से पूजा करलो,
माता सबकी झोली भरे गई ध्यान वन्दना करलो,.
चरणों में मईया के शेष झुका लो खुशियों का वरदान माँ से पा लो,
मेरी माँ है मंगल कारी जगत जननी संकट हारी,
धूम दुर्गा पूजा की है झुमके नाचो रे भाई डंडियां खेलो रे भाई,