भजन करो जी राजी, राजी मेरी सासू जी....
गीता पढ़ने की कहू तो आंख दुखत है,
इत उत झांकने को बड़ी राजी मेरी सासू जी....
सत्संग सुनने की कहूं तो कान दुखत है,
बुराई सुमन को बड़ी राजी मेरी सासू जी......
दान करने की कहूं तो हाथ दुखत हैं,
रुपया गिनने को बड़ी राजी मेरी सासू जी......
तीरथ करने की कहूं तो पैर दुखत हैं,
घर-घर घूमने को बड़ी राजी मेरी सासू जी......
भजन करने की कहूं तो मुखड़ा दुखत है,
बुराई करने को बड़ी राजी मेरी सासू जी.....
मंदिर जाने की कहूं तो टाइम नहीं है,
फोन देखन को बड़ी राजी मेरी सासू जी.......