श्यामा जू मेरी श्यामा जू,
मेरी प्यारी प्यारी श्यामा जू.....
जब जब तुम्हे पुकारू मैं,
तेरी और निहारु मैं,
तुम सामने मेरे आती हो,
श्यामा जू मेरी श्यामा जू,
मेरी प्यारी प्यारी श्यामा जू.....
नित तेरा ध्यान लगाऊं मैं,
पग पग पे तुझे ध्याऊँ मैं,
अब कृपा ऐसी कर दो ना,
चरणों की सेवा दे दो ना,
श्यामा जू मेरी श्यामा जू,
मेरी प्यारी प्यारी श्यामा जू.....
बरसाने में बस जाउंगी,
महलो की सोहनी लगाउंगी,
और तुझको लाड लड़ाउंगी,
ब्रज रज को छोड़ ना जाउंगी,
श्यामा जू मेरी श्यामा जू,
मेरी प्यारी प्यारी श्यामा जू.....
अँखियाँ दर्शन की प्यासी मेरी,
श्यामा को रख लो दासी तेरी,
अपना कब मुझे बनाओगी,
आँचल में मुझे छुपाओगी,
श्यामा जू मेरी श्यामा जू,
मेरी प्यारी प्यारी श्यामा जू......