तेरा प्यार पाके हमने, सब कुछ ही पा लिया है,
तेरे दर पे आके हमने, सर को झुका लिया है,
तेरा प्यार पाके हमने......
आवागमन की गलियां, नाहक बुला रही थी,
जीवन मरण का झूला, हमको झूला रही थी,
अज्ञानता की निंद्रा, हमको सुला रही थी,
नजरे करम हुई है, तेरा असरा लिया है,
तेरा प्यार पाके हमने......
तेरे प्यार वाले बादल, जिस दिन से घिर गए है,
दुर्गुण व्यसन के पर्वत, उस दिन से गिर गए है,
रहमत हुई है तेरी, मेरे दिन ही फिर गए है,
तेरी रोशनी ने सदगुरु, रस्ता दिखा दिया है,
तेरा प्यार पाके हमने......
उपकार के लिए तू अवतार होके आया,
गुरु रूप मे है हमने,भगवान को ही पाया,
नर रूप में नारायण,साकार होके आया,
तेरे शब्द ने ये कैसा जादू जगा दिया है,
तेरा प्यार पाके हमने......
डॉ सजन सोलंकी