ढोल नगाड़े लेकर बाबा,
हम तेरे दर पे आएंगे
धूम मचाएंगे खाटु में धूम मचाएंगे....
फागुन के महीने खाटु में,
आनन्द जो हमें आता है,
बाबा श्याम का हर एक प्रेमी खुल के मौज उड़ाता है,
महीना है ये रंग-रंगीला,
श्याम रंग रंग जाएंगे,
धूम मचाएंगे खाटु में.....
अजब निराली शान है देखो,
श्याम धणी सरकार की,
एक झलक को तरस रहे हम,
बाबा के दीदार की,
करके दर्शन बाबा के हम,
जीवन सफल बनाएंगे,
धूम मचाएंगे खाटु में.....
रवि लग्न से मस्त मगन से,
तेरी नगरी आया है,
एक निशान हाथ है संग में,
रंग गुलाल भी लाया है,
है मेरी ये श्याम तमन्ना,
रज के रंग लगाएंगे,
धूम मचाएंगे खाटु में.....