खाटू वाले बाबा तेरे पीछे पीछे आनियाँ,
अपना बना ले तेनु तर ले मैं पानिया,
इश्क का रोग लगा तेनु समजानी आ,
श्याम बाबा .........
घर आंगन ओ चोंक सजाया तरह तरह का भोग लगाया,
मैं तो कर आई सोला शिंगार,
इश्क का रोग लगा तेनु समजानी आ,
श्याम बाबा .........
मैं तो हो गई प्रेम दीवानी श्याम से मेरी प्रीत पुराणी,
मैंने छोड़ दिया घरवार श्याम बाबा,
इश्क का रोग लगा तेनु समजानी आ,
श्याम बाबा .........
मैं तो श्याम के संग रहू गी सुख दुःख की सब बाते कहू गई,
आज जी भर करू करू दीदार श्याम बाबा,
इश्क दा रोग लगा तेनु समजानी आ,
श्याम बाबा .........