श्री सरस्वती वंदना
धुन :- तुम्हीं हो माता पिता तुम्ही हो
हंस-वाहिनी वीणा-पाणी।
जय सरस्वती ,जय शारदे माँ॥ -2
बुद्धि विद्या ज्ञान की दाता।
भक्ति शक्ति की वरदाता॥-2
तुम्ही हो दुर्गे आद भवानी।
जय सरस्वती.....
वीणा मेरी स्वर कर दीजै।
रसना में माँ रस भर दीजै॥-2
गुण तेरा गाउँ कल्याणी।
जय सरस्वती.....
माँ ‘‘मधुप’’ के न दोष विचारो।
मन मन्दिर में आन पधारो॥-2
शुद्ध करो ह्रदय और वाणी।
जय सरस्वती..... ।