माँ शारदे, माँ शारदे ।
ओ मैया हम तो हैं बालक तेरे ॥
तू है दयालु बड़ी माँ वीणा वादिनी ।
करती दया हो सब पे अम्बे भवानी ।
वो मैया विद्या का आके हमको भी भण्डार दे ॥
करदो हमारी आज माँ पूरी आशा ।
कब से है शर्मा तेरे दर्शन का प्यासा ।
ओ मैया दर्शन हमे भी आ के माँ एक बार दे ॥
मांगे ना लक्खा तुमसे दौलत खजाना ।
सात सवारों का मुझको अमृत पिलाना ।
ओ मैया मेरी ही माता के जैसा बस प्यार दे ॥