मेरे गुण अवगुण को पलड़े में,
न तोलो तो अच्छा होगा
मेरे सिर पे गगरिया पापो की-2
न खोलो तो अच्छा होगा
मेरे गुण अवगुण..............
कितने वादे करके हे भगवन-2
पाया तुझसे मानव का तन-2
मैने वो निभाए है के नही-2
न वोलो तो अच्छा होगा-2
मेरे गुण अवगुण............
मेरे पापो का मेरे पुण्यो का-2
अच्छे या बुरे सब कर्मो का -2
है तेरे पास हिसाव मगर-2
न जोड़ो तो अच्छा होगा-2
मेरे गुण अवगुण.......….....
न सेवा की न पूजा की-2
फिर भी तुमसे है आस लगी-2
छोड़ो ये झूटा भटम सही -2
न तोड़ो तो अच्छा होगा-2
मेरे गुण अवगुण को पलड़े में,
न तोलो तो अच्छा है
मेरे सर पे गगरिया पापो की ,
न खोलो तो अच्छा है
मेरे गुण अगगुण....…….......