॥ छत्तीसगढ़ी बिदाई जस गीत॥
लेजा देजा दाई कुछु भेट......
संग छुटती के बेरा ये मया ल समेट ॥
ये माया के फुलवारीया हो जाही सुन्ना वो....
एक बेर अउ करि लेते भेट....
लेजा देजा दाई..........
1• होगे हस निरमोही कठवा पथरा कस दाई,
अंतस तोर नई रोवाय जावत हस महामाई
आंसू आशु मा दाई धोहू तोर चरन ॥
भारी परथे बिदा के झमेट....
लेजा देजा दाई..........
2• आज देखी देखा कल संग हा तोर छूट जाहि,
तब तोर सुरता के पीरा मोला रही रही के रोवाही
कईसन केदाई मै करडारेव वो जतन ॥
बिदाई के नेंग ल देवव मेटे......
लेजा देजा दाई..........
3•तै हर तो चले जाबे दाई वो गंगा के पार,
रही जहि बस तोर सुरता गौतम ला करे दुलार
आघूवाके बोली लेबे दाई वो छोड़त संग ॥
सबला राखे रहे तै समेट......
लेजा देजा दाई..........