आ जाओ मेरे श्याम सलोने, आ जाओ मेरे मीत पिया,
तमन्ना फिर मचल जाये, अगर तुम मिलने आ जाओ,
मेरी बिगड़ी संभल जाये, अगर तुम मिलने आ जाओ,
मुझे गम है कि मैंने जिंदगी में कुछ नहीं पाया,
ये गम दिल से निकल जाये, अगर तुम मिलने आ जाओ,
यूं आशाओं कि उलझन में, रहा उलझा मेरा जीवन,
ये उलझन भी सुलझ जाये,अगर तुम मिलने आ जाओ,
झलकते आँख से आँसू कहीं बेकार ना जाये,
चरण छूके बने मोती, अगर तुम मिलने आ जाओ,
नहीं मिलते हो तुम मुझसे, तो मोह दुनिया से होता है,
कटे जग के ये भव बंधन, अगर तुम मिलने आ जाओ,