मेरे छोटे से मन में लगन लगी,
भगवान मिलेंगे कहीं न कहीं,
घनश्याम मिलेंगे कहीं न कहीं.....
फूलों में मिलें कांटों में मिले,
कलियों में मिलेंगे कहीं न कहीं,
भगवान मिलेंगे कहीं न कहीं,
घनश्याम मिलेंगे कहीं न कहीं.....
गंगा में मिलें यमुना में मिलें,
सरयू में मिलेंगे कहीं न कहीं,
भगवान मिलेंगे कहीं न कहीं,
घनश्याम मिलेंगे कहीं न कहीं.....
चंदा में मिलें सूरज में मिलें,
तारों में मिलेंगे कहीं न कहीं,
भगवान मिलेंगे कहीं न कहीं,
घनश्याम मिलेंगे कहीं न कहीं.....
गीता में मिलें भागवत में मिले,
रामायण में मिलेंगे कहीं न कहीं,
भगवान मिलेंगे कहीं न कहीं,
घनश्याम मिलेंगे कहीं न कहीं.....
बच्चों में मिलें बूढ़ों में मिलें,
संतों में मिलेंगे कहीं न कहीं,
भगवान मिलेंगे कहीं न कहीं,
घनश्याम मिलेंगे कहीं न कहीं.....
मंदिर में मिलें कीर्तन में मिलें,
भक्तों में मिलेंगे कहीं न कहीं,
भगवान मिलेंगे कहीं न कहीं,
घनश्याम मिलेंगे कहीं न कहीं.....
"मधुर भजन बेला"
Shweta Pandey (Varanasi)