अख्खियाँ खोल राम को देख

अख्खियाँ खोल राम को देख
तेरे मिट जाएं सारे कलेश ॥
अख्खियाँ खोल राम को...

यह बंगला तेरा किस से बनाया ॥
बिन माटी बिन रेत
तेरे मिट जाएं सारे कलेश...
अख्खियाँ खोल राम को...

यह बंगला माटी का बना है ॥
ईट लगी ना एक
तेरे मिट जाएं सारे कलेश...
अख्खियाँ खोल राम को...

यह बंगला तेरा किस ने बनाया ॥
किस ने लिख दिए लेख़
तेरे मिट जाएं सारे कलेश...
अख्खियाँ खोल राम को...

यह बंगला मेरा राम ने बनाया ॥
माता ने लिख दिए लेख़
तेरे मिट जाएं सारे कलेश...
अख्खियाँ खोल राम को...

इस बंगले में दीपक जलता ॥
बिन बाती बिन तेल
तेरे मिट जाएं सारे कलेश...
अख्खियाँ खोल राम को...

इस बंगले में नौ दरवाज़े ॥
दसवां खोल के देख
तेरे मिट जाएं सारे कलेश...
अख्खियाँ खोल राम को...

इस बंगले की चौंसठ पौड़ी ॥
इक्क इक्क चढ़ के देख
तेरे मिट जाएं सारे कलेश...
अख्खियाँ खोल राम को...

ढह गया बंगला बिखर गई पौड़ियां ॥
हो गई बालू रेत
तेरे मिट जाएं सारे कलेश...
अख्खियाँ खोल राम को...

इस बंगले के तीन है मालिक ॥
ब्रह्मा विष्णु महेश
तेरे मिट जाएं सारे कलेश...
अख्खियाँ खोल राम को...

अपलोडर- अनिलरामूर्तिभोपाल

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