साईं तेरे कदमों में, जो सुकुन है,

साईं तेरे कदमों में, जो सुकुन है,
वो ना मिल सका कहीं,,
तेरे बिना मेरी, हर दुआ है अधुरी,
तेरा नूर ही रोशनी है.......

स्थाई:- तू ही तो रूह का सुकून है, तू ही तो दिल का जुनून है,
हर सांस में मेरे साईं(बाबा), तेरा जिक्र है
साईं तू मेरे रूबरू है---4

  1. तुमसे ही मांगा था साईं, तुमने बेड़ा पार किया---2
    मेरी सोच से बढ़कर बाबा, तुमने मुझको प्यार दिया
    साईंया....
    तेरे दर्शन की आरजु है, तू ही बस मेरे चारसु है
    मेरी जुबां पे तबसे तेरा जिक्र है, साईं तू मेरे रूबरू है...
    मेरे साईं - मेरे साईं - बाबा साईं

  2. दर पे तेरे आये है, रहमत का दामन खुलें
    जो भी तेरा नाम ले, कर्म उसपर चलेंssss
    छूकर मुझको रोशन किया है,मांगा न कुछ भी बस दिया है
    तुझको ना भूलु साईं(बाबा) यही फिक्र है, साईं तू मेरे...
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