चोरी चोरी आए कान्हा , माखन चुराए ,
यशोदा तेरा लाल तो , बड़ा ही सताए ,
रोज फोड़े मटकी , माखन चुराए ,
यशोदा तेरा लाल तो , बड़ा ही सताए ,
बोल रे कन्हैया काहे , माखन चुराए ,
सीधी सादी ग्वालनो को, काहे तू सताए ,
काहे फोड़े मटकी , माखन चुराए ,
सीधी सादी ग्वालनो को, काहे तू सताए ,
झूठी हैं ये सखिया , मेरी भोली मय्या ,
खुद ही खिला के माखन, मुझको नचाए,
थोड़ा सा खिलाए माखन , बहुत नचाए ,
खुद ही खिला के माखन, मुझको नचाए,
Bhajan Lyrics- Jay Prakash Verma, Indore