सज गयो भोला संवर गयो रे

सज गयो भोला संवर गयो रे

कैलाश, पर्बत पर, बस गयो रे ॥
सज, गयो भोला, सँवर गयो रे ॥

शीश, भोले के, गंगा विराज़े ॥
गंगा से, सारा जग, तर गयो रे ॥
सज, गयो भोला, सँवर गयो रे ॥
कैलाश, पर्बत पर, बस...

कान, भोले के, कुंडल सोहे ॥
कुंडल, में बिच्छू, लटक गयो रे ॥
सज, गयो भोला, सँवर गयो रे ॥
कैलाश, पर्बत पर, बस...

गले, भोले के, माला सोहे ॥
माला, में सर्प, लटक गयो रे ॥
सज, गयो भोला, सँवर गयो रे ॥
कैलाश, पर्बत पर, बस...

हाथ, भोले के, त्रिशूल विराज़े ॥
त्रिशूल, में डमरू, लटक गयो रे ॥
सज, गयो भोला, सँवर गयो रे ॥
कैलाश, पर्बत पर, बस...

संग, भोले के, गौरां विराज़े ॥
गौरां की, गोदी में, गणपति रे ॥
सज, गयो भोला, सँवर गयो रे ॥
कैलाश, पर्बत पर, बस...
अपलोडर- अनिलरामूर्तिभोपाल

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